CIMS : 8 घंटे के जटिल ऑपरेशन कर दंत रोग विभाग के डॉक्टरों ने युवती के मुंह के कैंसर का किया सफल ऑपरेशन

बिलासपुर/ सिम्स के दंत-रोग विभाग द्वारा 40 वर्षीय युवती के मुँह में कैंसर का सफल ऑपरेशन किया गया है। डराने के लिए कैंसर का नाम ही काफी है। शुरुवाती अवस्था में तकलीफ नाम मात्र होने की वजह मे लोग इसे नजर अंदाज कर देते है और जब तकलीफ होने लगती है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। मरीज तीसरे अथवा चौथे चरण में पहुंच चुका होता है, जो कि खतरनाक एवं जानलेवा है।ऐसी ही परिस्थिति से स्वाति (बदला हुआ नाम) नामक 40 वर्षीय युवती ग्रसित है। विगत 6 वर्षों में सिम्स में लगभग 50 मरीजों के कैंसर के सफलतम ऑपरेशन की जानकारी मिलने पर यह युवती सिम्स के दन्त रोग विभाग पहुंची।मरीज से कैंसर की जानकारी लेने पर पता चला कि उसे छोटी उम्र 20 से 21 वर्ष में ही तम्बाकू सेवन की गलत आदत पड़ चुकी तम्बाकू को वह मुँह में रखकर रातभर सो जाती थी और दिनभर में 8-10 बार सेवन करती थी। मरीज के मुँह में कैंसर के इलाज के लिए आवश्यक खून, एक्स रे एवं अन्य जाँच कराया गया और इलाज को सुनियोजित तरीके से 7-8 घंटे के जटिल ऑपरेशन कर पूर्ण किया गया।
तीन हिस्सों में किया ऑपरेशन

इस ऑपरेशन को तीन भागों में किया गया – 1 कैंसर के साथ संक्रमित जबड़े के हिस्से को wide margin लेकर निकालना(HEMIMANDIBULECTOMY), 2. कैंसर जो की गर्दन में फैल गया उसको निकालना (Neck Dissection) और 3. कैंसर को निकालने के बाद खाली जगह का छाती से मांस का टुकड़ा निकालकर (PMMC RECONSTRUCTION) प्रत्यारोपण । उपरोक्त ऑपरेशन डॉ. भूपेंद्र कश्यप के मार्गदर्शन में किया गया। के मार्गदर्शन में किया गया। जिसमे शामिल टीम में डॉ. संदीप डॉ. भूपेंद्र कश्यप, डॉ. जण्डेल सिंह ठाकुर, डॉ. हेमलता राजमणि, डॉ. केतकी कीनीकर, डॉ. प्रकाश खरे एवं डॉ. सोनल पटेल के अलावा निश्चेतना विभाग से डॉ. राकेश निगम (विभागाध्यक्ष), डॉ. भावना रायजादा तथा समस्त नर्सिंग स्टाफ, मेजर ओ टी स्टाफ सिस्टर बहादुर, , ग्रेसी, योगेश्वरी, ओंकार, उमेश, छन्नू, श्याम, का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा।
विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने चौंथे स्टेज में जा चुकी युवती को दिया नया जीवन
कैंसर पर आगे बात करते हुए दन्त रोग विभाग के HOD डॉ संदीपं प्रकाश ने बताया कि अब तक के कैंसर तम्बाकू एवं अन्य मादक पदार्थों के सेवन से हुआ है। इसे समय पर ध्यान नहीं दिया जाये तो यह तेज गति से शरीर के अन्य हिस्से में भी फैलने लगता है। इस मरीज में यह बीमारी चौथे स्टेज तक पहुंच चुका था, परन्तु समय रहते विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा इलाज कर युवती को नया जीवन प्रदान किया गया। इस ऑपरेशन के बाद मरीज करीब 20 दिन सिम्स में भर्ती रही। इस दौरान उसका देखभाल विशेषज्ञ डॉक्टरों ( निश्चेतना एवं दन्त रोग विभाग) की टीम ने किया। डिस्चार्ज के बाद मरीज को रेडियोथेरेपी (एक्स – रे सिकाई) के लिए रायपुर भेजा गया।