शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ध्यान अनिवार्य है : कुलसचिव,सीवीआरयू में मनाया गया विश्व ध्यान दिवस


बिलासपुर/डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय में 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस मनाया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के योग क्लब में ध्यान का आयोजन किया गया. जिसमें आर्ट ऑफ लिविंग परिवार से आय अतिथियों ने सभी को ध्यान कराया और ध्यान से लाभ के बारे में जानकारी भी साझा की.इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि 2047 में विकसित भारत का लक्ष्य निर्धारित किया गया है एवं भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में अनेक कार्य किया जा रहे हैं इसी क्रम में योग और ध्यान को मिली वैश्विक मान्यता में इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कम साबित होगा. विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अरविंद तिवारी ने कहा कि ध्यान और इसके लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, महासभा ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में घोषित किया. आज के आपाधापी और मानसिक संघर्ष के जीवन शैली में सभी के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के के लिए ध्यान अनिवार्य है. उन्हें कहा कि बड़ा हर्ष का विषय है , कि 21 जून को भी योग दिवस का श्रेय भारत को जाता है , योग का संदेश पूरे विश्व में भारत ने दिया है. आज 21 दिसंबर को विश्व ध्यान के लिए भी यह श्रेय भारत के पास है. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में योग क्लब की स्थापना की गई है. यहां पर भारतीय ज्ञान केंद्र भी बनाए गए हैं. जहां पर विद्यार्थियों को वेदों पुराणों में निहित ज्ञान को अपने जीवन में उतरने प्रेरित किया जाता है. इस अवसर पर योग क्लब में ध्यान किया गया और विद्यार्थियों को इसके लाभ के बारे में भी बताया गया . उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए नियमित योग एवं ज्ञान की कक्षाएं लगाई जाएगी. इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग परिवार से धर्मवीर सिंह, रजत गुप्ता, हार्दिक कक्कड़ विशेष रूप से उपस्थित थे .कार्यक्रम का समन्वय डॉ जयशंकर यादव ने किया।