सिम्स में नर्सिंग स्टाफ को दी गई ऑक्सीजन सप्लाई की महत्वपूर्ण ट्रेनिंग,मास्टर ट्रेनरों ने ऑक्सीजन कंसलटेंट फ्लो मीटर के उपयोग के बारे में भी बताया


बिलासपुर/ सिम्स अस्पताल में आज नर्सिंग स्टाफ के लिए एक विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। जिसमें उन्हें इमरजेंसी के दौरान मरीजों को ऑक्सीजन की सही मात्रा और तरीके से सप्लाई करने के बारे में जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनरों ने नर्सों, वार्ड बॉय और अन्य स्टाफ को ऑक्सीजन कंसलटेंट फ्लो मीटर के इस्तेमाल के साथ-साथ अन्य आवश्यक उपकरणों का सही उपयोग करने के तरीके बताए। इस ट्रेनिंग में नर्सिंग स्टाफ को यह समझाया गया कि एक ऑक्सीजन सिलेंडर किस प्रकार काम करता है और गंभीर मरीजों को किस स्टेज में, कितनी मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, सेंट्रल ऑक्सीजन प्लांट से पाइपलाइन के माध्यम से अस्पताल के विभिन्न वार्डों तक ऑक्सीजन कैसे पहुंचाई जाती है, इस प्रक्रिया पर भी विस्तार से चर्चा की गई। मास्टर ट्रेनरों ने नर्सिंग स्टाफ को यह बताया कि मरीज की हालत के हिसाब से ऑक्सीजन का फ्लो कैसे एडजस्ट किया जाता है और कैसे यह सुनिश्चित किया जाता है कि मरीज को सही समय पर उचित मात्रा में ऑक्सीजन मिले।प्रशिक्षण में डॉक्टर मिल्टन और नर्सिंग सुपरीटेंडेंट एस. बोगी के नेतृत्व में कई विशेषज्ञों ने नर्सिंग स्टाफ को मार्गदर्शन दिया। इसके अलावा, इस प्रशिक्षण सत्र में कविता घोष, देबू श्री, संदीप कौर, सविता यादव, कल्पना सुनवानी, गीता पासवान, गौरव विश्वकर्म, जोगिंदर सोनवानी, विष्णु केवट, रुद्र दुबे, गोपाल पटेल, रोहित यादव, दुर्गेश शुक्ल, केशव जायसवाल, राजकुमार सेन, और रुक्मणी तिवारी जैसे प्रमुख प्रशिक्षकों ने भी अपनी जानकारी साझा की। इस अवसर पर सिम्स अस्पताल के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लखन सिंह भी उपस्थित थे। उन्होंने इस प्रकार के प्रशिक्षण सत्रों की महत्वता पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम से अस्पताल में स्टाफ का आत्मविश्वास बढ़ता है और मरीजों को बेहतर उपचार देने में मदद मिलती है। डॉ. अमित ठाकुर भी इस सत्र में उपस्थित रहे और नर्सिंग स्टाफ को ट्रेनिंग के दौरान हर सवाल का उत्तर देने के लिए विशेषज्ञों की सराहना की। यह प्रशिक्षण सत्र नर्सिंग स्टाफ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था, क्योंकि इसने उन्हें इमरजेंसी स्थितियों में मरीजों की जीवन रक्षक ऑक्सीजन सप्लाई के सही तरीके से परिचित कराया। सिम्स अस्पताल के अधिकारियों का मानना है कि इस तरह के प्रशिक्षण से न केवल अस्पताल के कार्यकुशलता में वृद्धि होगी, बल्कि मरीजों को तत्काल और प्रभावी उपचार देने में भी मदद मिलेगी।इस प्रशिक्षण के माध्यम से अस्पताल ने यह सुनिश्चित किया कि उनका स्टाफ हर स्थिति में तैयार है और मरीजों को सर्वोत्तम इलाज देने के लिए पूरी तरह सक्षम है।