अरपा ऊपरी और निचली प्रवाह में अलग-अलग नाम रखने वाली अनूठी नदी है : डॉ चंद्राकर

बिलासपुर राष्ट्रीय कैडेट कोर का स्थापना दिवस कार्यक्रम 7 छत्तीसगढ़ बटालियन एनसीसी के तत्वाधान में 76 वां एनसीसी दिवस स्थापना दिवस समारोह का आयोजन दिनांक 24 नवंबर दिन रविवार को बिलासा गर्ल्स कॉलेज मैदान में आयोजन किया गया जिसमें बिलासपुर के समस्त सीनियर डिवीजन, जूनियर डिवीजन ,सीनियर विंग का जूनियर विंग के केडेटों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ पुरुषोत्तम लाल चंद्राकार रवि शंकर विश्वविद्यालय रायपुर , कार्यक्रम की अध्यक्षता कमांडिंग आफिसर कर्नल अमिताभ श्रीवास्तव, विशिष्ट तिथि लेफ्टिनेंट कर्नल लोकेश देवा, एस एम नरेश कुमार एंव बिलासपुर की समस्त एनसीसी यूनिटों के एनसीसी अधिकारियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ।सर्वप्रथम मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का पुष्पहार एवं पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया। डॉ चंद्राकर द्वारा अरपा बचाव की थीम पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि , आरपा नदी का पौराणिक नाम कृपा है यह नदी भू वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर अमरकंटक पहाड़ी के नीचे स्थित तवाडबरा ग्राम के अमरकुंड से निकली है तथा इसका संगम शिवनाथ नदी में बिल्हा विकासखंड के मटियारी नामक गांव में हुआ इस नदी की कुल लंबाई 164 किलोमीटर है उन्होंने बताया कि अरपा एक बहु नामी नदी है अरपा निचले हिस्से का नाम है ऊपरी प्रवाह में भौगोलिक आधार पर इसे अमरावती नदी कहां जाना उचित होगा। इस आधार पर अमरावती – अरपा नदी का पूर्ण नाम है उन्होंने अरपा के संरक्षण के लिए बताया कि अरपा नदी के दोनों तट पर छठ घाट की तरह घाटों का निर्माण किया जाना चाहिए तथा अरपा के साथ जनता का परंपरागत सम्बन्ध स्थापित किया जाना चाहिए आज बिलासपुर के लोग अरपा के साथ टच लेस थर्मामीटर कि तरह व्यवहार कर रहे है इसी लिए अरपा प्रदूषित है।कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अमिताभ श्रीवास्तव ने अपने उद्बबोधन में अरपा नदी के पुराने स्वरूप के खत्म होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अरपा बिलासपुर के इतिहास की सुनहरा धागा है बिना आरपा को समझे बिलासपुर को नहीं समझा जा सकता है पर्यावरण के दृष्टि से इस नदी संरक्षण अत्यंत आवश्यक है इसीलिए आज 76 वे ncc दिवस की अवसर पर हमारे कैडेट ने पोस्टर रैली और कविताओं के माध्यम से अरपा नदी के सरक्षण के लिए जनजागरूकता अभियान चलाया है हम NCC के माध्यम से आरपा किस सरक्षण के निरंतर प्रयास जारी रखेंगे उन्होंने आगे बताया कि हमारे देश की ncc यूनिट विश्व की सबसे बड़ी जीनी ठीक है इससे इससे दुनिया की अनेक देश रहना लेते हैं एनसीसी देश के सुरक्षा की वैकल्पिक आधार है जिसका समय समय पर उपयोग किया जाता है एनसीसी के कैडेट्स इस प्रशिक्षण के माध्यम से सुरक्षा और समाज निर्माण के क्षेत्र में अपना सुनहरा भविष्य समान सकते है। इसके उपरांत मुख्य अतिथि और कमांडिंग ऑफिसर, एडम अफसर के मार्गदर्शन में केडेट्स के लिए अरपा बचाओ थीम पर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता और कविता पाठ का आयोजन किया गया, साथ ही साथ विभिन्न यूनिटों से चयन किए गये बेस्ट केडेटों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बिलासपुर के विभिन्न एन सी सी यूनिटों के एनसीसी अधिकारी , बटालियन के समस्त पी आई स्टाफ,पन्द्रह सौ से अधिक एनसीसी केडेट्स शामिल हुए।कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि एवं कमांडिंग ऑफिसर के द्वारा अरपा बचाओ थीम पर आयोजित रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया रैली ने शहर भ्रमण किया जिसमें कैडेट्स के हाथों में पोस्टर बैनर थे और वे नारे लगा कर शहर की जनता को अरपा नदी को बचाने के लिए प्रेरित कर रहे थे। रैली का नेतृत्व एन सीसी अधिकारियों और एनसीसी के पी आई स्टाफ कर रहे थे ।