आदिवासी धोबा समाज छत्तीसगढ़ से खिलेश्वर नेशनल सेमिनार मुरादाबाद उत्तरप्रदेश में हुए शामिल

बिलासपुर। सीकेएनकेएच हिंदी साहित्य समिति की प्रेसिडेंट डॉ. नम्रता जैन (शोध विशेषज्ञ, शिक्षाविद, दोहरी पीएचडी धारक, लेखक, संपादक, वक्ता, शोध मार्गदर्शक, प्रकाशक एवं सामाजिक कार्यकर्ता) के नेतृत्व में “UGC-CARE सूची के बाद भारतीय शोध प्रकाशन का परिदृश्य एवं शोध प्रविधियों के विविध आयाम” विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित हुआ। जिसमें सी. एम. दुबे महाविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ के छात्र खिलेश्वर सम्मिलित हुए, खिलेश्वर आदिवासी धोबा समाज के युवा हैं। अपनी पढ़ाई व व्यक्तित्व के माध्यम से अपने आदिवासी समाज का नाम भी रोशन कर रहा है। खिलेश्वर पहले भी बहुत बार अंतरराष्ट्रीय सेमिनार व राष्ट्रीय सेमिनार में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर चुका है,
यह राष्ट्रीय सेमिनार में पूरे भारत के विभिन्न राज्यों के साहित्यकार और समाज सुधारकों को एक साथ एक सूत्र में बांधने का प्रयास कर रहा है। जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों के विद्वानों ने अपना सहभागिता प्रदान किया है। जिसमें छत्तीसगढ़ से खिलेश्वर भी अपना विचार विमर्श प्रकट किया। यह सेमिनार शोध प्रकाशन की गुणवत्ता, प्लेगरिज्म, डिजिटल युग में अनुसंधान, AI तकनीकों और नैतिकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित हुआ। विशेषज्ञों का मानना है कि UGC-CARE सूची में संभावित बदलाव या इसके बंद होने से भारतीय शोध प्रकाशन प्रणाली पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। यह राष्ट्रीय सेमिनार 10 अप्रैल को आयोजित हुआ।
जिसमें प्रस्तुत शोध पत्रों को ISBN युक्त पुस्तक में प्रकाशित किया जाएगा। यह नेशनल सेमिनार सीकेएनकेएच हिंदी साहित्य समिति आसाम के तत्वावधान में एवं ISBN पुस्तक आलेख आमंत्रण सेमिनार 10 अप्रैल 2025 को आनॅलाइन आयोजित हुआ।
सेमिनार का मुख्य उद्देश्य यह है, कि सेमिनार शोध प्रविधि अनुसंधान की गुणवत्ता और भारतीय उच्च शिक्षा में शोध प्रकाशन की बदलती भूमिका पर केंद्रित हुआ है। विशेष रुप से UGC -CARE सूची के संभावित बंद होने या उसमें बदलाव के संदर्भ में शोध प्रकाशन की गुणवत्ता विश्वसनीयता और भविष्य की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया गया है जिसमें छत्तीसगढ़ से खिलेश्वर भी अपना विचार रखा, खिलेश्वर की उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए सी. एम. दूबे. महाविद्यालय बिलासपुर के प्राचार्य डॉ. संजय सिंह महाविद्यालय के चेयरमैन डॉ संजय दूबे ने बधाई एवं शुभकामनाएं दिए।