अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में प्रकृति परीक्षण का सफल आयोजन

बिलासपुर/ आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा एक बड़े अभियान “देश का प्रकृति परीक्षण” की शुरुआत जो दिनांक 26 नवंबर 2024 से प्रारंभ होकर दिनांक 25 दिसंबर 2024 तक होना है। जिसमें आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा अधिक से अधिक लोगों का प्रकृति परीक्षण किया जाना है। इसी क्रम में अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में प्रकृति परीक्षण किया गया। जिसमें विश्वविद्यालय के प्राध्यापको एवं छात्राओं ने प्रकृति परीक्षण करवा कर डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त किया। विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य ए.डी.एन.वाजपेई ने आयुष चिकित्सकों एवं छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन किया। विश्वविद्यालय की उप कुल सचिव डॉ.नेहा यादव, निज सचिव उपेंद्र चंद्राकर, डॉ.एच.एस.होता (छात्र कल्याण अधिष्ठाता) डॉ.गौरव साहू (विभागाध्यक्ष योग विज्ञान विभाग) डॉ.सत्यम तिवारी (व्याख्याता योग विज्ञान विभाग) आदि ने कार्यक्रम की सफलता में अपना बहुमूल्य समय प्रदान किया। छात्राओं में योग विज्ञान से शालू , तेजस्विनी, अंशिका आदि ने सहयोग किया आयुष प्रकृति परीक्षण की टीम में डॉ.कोमल सिंह डोटे डॉ.निशांत कौशिक, डॉ.आरती गायकवाड, डॉ.विश्वनाथ पटेल, डॉ. भारती श्रीवास, डॉ.रश्मि श्रीवास व डॉक्टर बालेंदु त्रिपाठी ने प्रकृति परीक्षण किया एवं उसके बारे में विस्तार से चर्चा की गई। उनकी प्रकृति के अनुरूप आहार विहार दिनचर्या पालन की सलाह दी गई।